उदाहरण − भीर − पीड़ा/कष्ट/दुख; री − कीचीर ............... बूढ़ता ...............धर्यो ............... लगास्यूँ ...............कुण्जर ............... घणा ...............बिन्दरावन ............... सरसी ...............रहस्यूँ ............... हिवड़ा ...............राखो ............... कुसुम्बी ...............
Uploaded bysandeep View Answer
चाकरी में दरसण पास्यूँ, सुमरण पास्यूँ खरची।भाव भगती जागीरी पास्यूँ, तीनूं बाताँ सरसी।
बूढ़तो गजराज राख्यो, काटी कुण्जर पीर।दासी मीराँ लाल गिरधर, हरो म्हारी भीर।
काव्य-सौंदर्य स्पष्ट कीजिए-
हरि आप हरो जन री भीर।द्रोपदी री लाज राखी, आप बढ़ायो चीर।भगत कारण रुप नरहरि, धर्यो आप सरीर।
वे श्रीकृष्ण को पाने के लिए क्या-क्या कार्य करने को तैयार हैं?
मीराबाई की भाषा शैली पर प्रकाश डालिए।
मीराबाई ने श्रीकृष्ण के रुप-सौंदर्य का वर्णन कैसे किया है?
दूसरे पद में मीराबाई श्याम की चाकरी क्यों करना चाहती हैं? स्पष्ट कीजिए।
पहले पद में मीरा ने हरि से अपनी पीड़ा हरने की विनती किस प्रकार की है?