नीचे लिखे वाक्यों को भाववाच्य में बदलिए -(क) माँ बैठ नहीं सकती।(ख) मैं देख नहीं सकती।(ग) चलो, अब सोते हैं।(घ) माँ रो भी नहीं सकती।
Uploaded bysandeep View Answer
निम्नलिखित वाक्यों को कर्मवाच्य में बदलिए -(क) वह अपनी छोटी - सी दुकान में उपलब्ध गिने-चुने फ्रेमों में से नेताजी की मूर्ति पर एक फिट कर देता है।(ख) पानवाला नया पान खा रहा था।(ग) पानवाले ने साफ़ बता दिया था।(घ) ड्राईवर ने जोर से ब्रेक मारा।(ड़) नेताजी ने देश के लिए अपना सब कुछ त्याग दिया।(च) हालदार साहब ने चश्मेवाले की देशभक्ति का सम्मान किया।
निम्नलिखित वाक्य से निपात छाती और उनसे नए वाक्य बनाइए - (क) नगरपालिका थी तो कुछ न कुछ करती भी रहती थी।(ख) किसी स्थानीय कलाकार को ही अवसर देने का निर्णय किया गया होगा।(ग) यानी चश्मा तो था लेकिन संगमरमर का नहीं था।(घ) हालदार साहब अब भी नहीं समझ पाए।(गं) दो साल तक हालदार साहब अपने काम के सिलसिले में उस कस्बे से गुज़रते रहे।
'भई खूब! क्या आइडिया है।' इस वाक्य को ध्यान में रखते हुए बताइए कि एक भाषा में दूसरी भाषा के शब्दों के आने से क्या लाभ होते हैं?
निम्नलिखित पंक्तियों में स्थानीय बोली का प्रभाव स्पष्ट दिखाई देता है, आप इन पंक्तियों को मानक हिंदी में लिखिए -कोई गिराक आ गया समझो। उसको चौड़े चौखट चाहिए। तो कैप्टन किदर से लाएगा ? तो उसको मूर्तिवाला दे दिया। उदर दूसरा बिठा दिया।
कस्बों, शहरों, महानगरों पर किसी न किसी शेत्र के प्रसिद्व व्यक्ति की मूर्ति लगाने का प्रचलन-सा हो गया है(क) इस तरह की मूर्ति लगाने के क्या उद्देश्य हो सकते हैं?(ख) आप अपने इलाके के चौराहे पर किस व्यक्ति की मूर्ति स्थापित करवाना चाहेंगे और क्यों? (ग) उस मूर्ति के प्रति आपके एवं दूसरे लोगों के क्या उत्तरदायित्व होने चाहिए?
जब तक हालदार साहब ने कैप्टन को साक्षात नहीं देखा था तब तक उसके मानस पटल पर उसका कौन -सा चित्र रहा होगा, अपनी कल्पना से लिखिए।
निम्नलिखित वाक्य पात्रों की कौन-सी विशेषता की ओर संकेत करते हैं - (क) हालदार साहब हमेशा चौराहे पर रूकते और नेताजी को निहारते।(ख) पानवाला उदास हो गया। उसने पीछे मुड़कर मुँह का पान नीचे थूका और सर झुकाकर अपनी धोती के सिरे से आँखें पोंछता हुआ बोला - साहब! कैप्टन मर गया।(ग) कैप्टन बार-बार मूर्ति पर चश्मा लगा देता था।
"वो लँगड़ा क्या जाएगा फ़ौज में। पागल है पागल!"कैप्टन के प्रति पानवाले की इस टिप्पणी पर अपनी प्रतिक्रिया लिखिए।
पानवाले का एक रेखाचित्र प्रस्तुत कीजिए।
आशय स्पष्ट कीजिए -"बार-बार सोचते, क्या होगा उस कौम का जो अपने देश की खातिर घर-गृहस्थी-जवानी-ज़िंदगी सब कुछ होम देनेवालों पर भी हँसती है और अपने लिए बिकने केमौके ढूँढ़ती है।"
हालदार साहब ने ड्राईवर को पहले चौराहे पर गाड़ी रोकने के लिए मना किया था लेकिन बाद में तुरंत रोकने को कहा -(क) हालदार साहब पहले मायूस क्यों हो गए थे? (ख) मूर्ती पर सरकंडे का चश्मा क्या उम्मीद जगाता है? (ग) हालदार साहब इतनी - सी बात पर भावुक क्यों हो उठे?
सेनानी न होते हुए भी चश्मेवाले को लोग कैप्टन क्यों कहते थे ?