निम्नलिखित पंक्तियों का आशय स्पष्ट करते हुए उनका अर्थ-सौंदर्य बताइए −(क) अविश्रांत बरसा करके भी आँखे तनिक नहीं रीतीं(ख) बुझी पड़ी थी चिता वहाँ परछाती धधक उठी मेरी(ग) हाय! वही चुपचाप पड़ी थीअटल शांति-सी धारण कर(घ) पापी ने मंदिर में घुसकरकिया अनर्थ बड़ा भारी
Uploaded bysandeep View Answer
उदाहरण : अंधकार की छाया(i) ............................. (ii) .................................(iii) ........................... (iv) .................................(v) .............................
इस कविता का केन्द्रिय भाव अपने शब्दों में लिखिए।
जेल से छूटने के बाद सुखिया के पिता ने अपनी बच्ची को किस रूप में पाया?
सुखिया के पिता पर कौन-सा आरोप लगाकर उसे दंडित किया गया?
) बीमार बच्ची ने क्या इच्छा प्रकट की?
पिता की वेदना और उसका पश्चाताप।
पुजारी से प्रसाद फूल पाने पर सुखिया के पिता की मन स्थिति।
पर्वत की चोटी पर स्थित मंदिर की अनुपम शोभा।
सुखिया के बाहर जाने पर पिता का हृ्दय काँप उठता था।